क्यों बिगड़ता है रियाज़ का मिज़ाज जब तानपुरा गलत है?
क्या आपने कभी महसूस किया है कि घंटों रियाज़ करने के बाद भी आवाज़ में "वो बात" नहीं आती? या फिर राग भीमपलासी गाते समय तानपुरा से कोई अजनबी स्वर टकराता लगे? दोष आपका नहीं, बल्कि तानपुरा के **"समंजन"** का है! भारतीय शास्त्रीय संगीत में तानपुरा वह आधार है जैसे नींव घर की। श्रुति के साथ इसका तालमेल न हो, तो राग की सुंदरता धुंधली पड़ जाती है। चलिए, जानते हैं कैसे बनाएँ तानपुरा को अपना "सहयोगी"।
1. तानपुरा समंजन: संगीत का वो 'GPS' जो रागों को दिखाता है रास्ता
तानपुरा को **"श्रुति का प्रतिबिंब"** कहा जाता है। जैसे GPS बिना सिग्नल के भटक जाता है, वैसे ही बिना सही समंजन के तानपुरा राग को भटका देता है।
उदाहरण:** राग यमन में 'तीव्र मध्यम' (Ma) का प्रयोग होता है। अगर तानपुरा में Pa (पंचम) की झलक भी आ जाए, तो राग का भाव बिगड़ जाता है।
टिप:** तानपुरा की चारों तारों (पंचम, ऋषभ, सा, सा) को राग के "वर्जित स्वरों" से दूर रखें।
2. श्रुति चुनने का मंत्र: "सुरीली शुरुआत, सफल समापन
श्रुति (मूल स्वर) का चुनाव गायक/वादक की आवाज़ के पिच पर निर्भर करता है।
- **कैसे करें?**
- **पुरुष आवाज़:** C या C# (सा) से शुरू करें।
- **महिला आवाज़:** D या E (रे/ग) पर ट्यून करें।
- **टेक्नोलॉजी की मदद:** Snaptune या Tanpura Droid ऐप्स से श्रुति की पुष्टि करें।
- **अनुभव की बात:** एक शिष्या ने मुझे बताया कि उसकी आवाज़ "B" पर आरामदेह लगती थी, लेकिन तानपुरा को C पर ट्यून करने से उसका प्रदर्शन निखर गया
3. राग-अनुकूल समंजन: "हर राग की अपनी भाषा
तानपुरा की ट्यूनिंग राग के स्वरों से जुड़ी होती है। कुछ उदाहरण:
- **राग भैरव:** ऋषभ (Re) और धैवत (Dha) को हल्का खींचें।
- **राग मारवा:** पंचम (Pa) को छोड़कर, शुद्ध मध्यम (Ma) पर ज़ोर दें।
- **गलती से बचें:** राग तोड़ी में गंधार (Ga) और निषाद (Ni) का प्रयोग नहीं होता। इन स्वरों को तानपुरा से दूर रखें।
4. आम गलतियाँ: "सीखिए उन 3 चूकों से जो बिगाड़ देती हैं रियाज़
- **अनदेखी करना:** तानपुरा के तारों का ढीला/कसा होना (जैसे, मोटरसाइकिल का साइलेंसर खराब होना)।
- **गलत ऑक्टेव:** मंद्र सप्तक के सा को मध्य सप्तक समझ लेना।
- **पर्यावरण को नज़रअंदाज़:** नमी या गर्मी से तारों का खिंचाव बदलता है।
**समाधान:** हर 20 मिनट में तारों की जाँच करें और इलेक्ट्रॉनिक तानपुरा से मिलाएँ।
5. एक्सपर्ट टिप्स: "वो 5 मिनट जो बदल देंगे आपकी प्रैक्टिस
- **मर्चेंट का नियम:** तार को ट्यून करते समय हमेशा नीचे से ऊपर की ओर घुमाएँ (जैसे, घड़ी की सुई के विपरीत)।
- **स्मार्ट टूल:** Pancham (Pa) के लिए 5वीं फ्रेट और Shadaj (Sa) के लिए 7वीं फ्रेट को रेफरेंस बनाएँ।
- **स्मृति बिंदु:** तानपुरा को "ओम" की गूँज की तरह बजने दें—न बहुत तेज़, न बहुत धीमा।
"तानपुरा नहीं, ये आपका संगीतमय साथी है!"**
तानपुरा समंजन कोई जादू नहीं, बल्कि एक कला है जो समय और धैर्य माँगती है। जैसे बाग़ में पौधे लगाने से पहले मिट्टी तैयार करते हैं, वैसे ही रियाज़ से पहले तानपुरा को ट्यून करें। अगले अभ्यास में इन टिप्स को आज़माएँ और महसूस करें कि कैसे श्रुति और राग मिलकर गुनगुनाते हैं!
"आपके पसंदीदा राग के लिए तानपुरा कैसे ट्यून करते हैं? कमेंट में बताएँ और इस पोस्ट को उन संगीत प्रेमियों के साथ शेयर करें जिन्हें 'सुर की समझ' बढ़ानी है!"
Post a Comment